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जून, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आकाश भैरव / शरभ तंत्र पुस्तक PDF बिल्कुल मुफ्त

  ​ इस पोस्ट में हमने आपको आकाश बारोट सर्व तंत्र नामक पुस्तक उपलब्ध करवाइए उससे संबंधित जो खाता है वह भी हमने आपको बताइए तो कृपया इसे ध्यान से पढ़े और पुस्तक नीचे उपलब्ध करा दी गई है ‌। भगवान विष्णु समय-समय पर धर्म की रक्षा के लिए विभिन्न अवतार लेते रहते हैं। और उन्हीं में से एक अवतार है नरसिंह जो उन्होंने हिरण्यकश्यपु के वक्त और प्रहलाद की रक्षा के लिए लिया था। लेकिन हिरण्यकश्यपु के वध के पश्चात उनमें अहं भाव आ गया था और उनका क्रोध जो थ वह चरम सीमा पर था। इसलिए उनका क्रोध शांत होने की जगह और भी बढ़ गया और इसे देखकर हर तरफ प्रलय का नाच होने लगा है जो कि आप आगे विस्तार से देख सकते हैं। लिंगपुराण के १६ वे अध्याय में शरभरूप शिव का नृसिंह रूप विष्णु को परास्त करने की कथा बड़ी विचित्र है। हिरण्यकश्यपु का वध करके विष्णुरूप नरसिंह भयंकर गर्जना करने लगे ।उनकी भयंकर गर्जना के घोर शब्द से ब्रह्मलोक पर्यन्त सब लोक कांप उठे । लिब सिद्ध, साध्य, ब्रह्मा, इन्द्र आदि देवता भी अपने अपने प्राण बचाने के लिये भयभीत हो भागे । वे लोकालोक पर्वत के  शिखरपर से अति विनम्र भाव से नृसिंह जी की...

शाबर मंत्र सागर पुस्तक PDF बिल्कुल फ्री

  दो शब्द बनुश्रुति हैं कि कलिकाल के पारम्भ में भूतभावन भगवान शंकर ने प्राचीन ' मंत्र, तंत्र, शास्त्र के सभी मंत्रों तथा तंत्रो को रस दृष्टि से कील दिया कि कलियुग के अविचारी मनुष्य उनका दुरुपयोग न करने लगें ।  महामंत्र गायत्री भी विभिन्न ऋषियों द्वारा शाप ग्रस्त हुआ तथा उसके लिए भी उत्कीलन की विधि स्वीकृत की गयी। अन्य मंत्रों तथा तंत्रो के लिए भी उत्कीलन की विधियाँ निर्धारित की गई हैं । जब तक उन विधियों का प्रयोग नहीं किया जाता, तब तक कोई भी मंत्र प्रभावकारी नहीं होता । शास्त्रीय-मन्त्रों की उप्कीलन विधियों का वर्णन मन्त्र शास्त्रीय ग्रन्थों में पाया जाता हैं उनका ज्ञान संस्कृत भाषा के जानकार हो प्राप्त कर पातेते हैं।  शास्त्रीय-मन्त्रों के कीलित हो जाने पर लोक-हिर्तयी सिद्ध-पुरुषों ने जन-कल्याणा्थ समय-समय पर लोक-भाषा के मंत्रों की रचना की । इन मन्त्रों को ही "शाबर मंत्र" कहा जाता हैं । "शाबर मंत्र तंत्र लोक भाषाओं में पाये जाते हैं और उनकी साधन तथा प्रयोग विधि भी अपेक्षाकृत अधिक सरल होती हैं, साथ ही प्रभाव में भी प्राचीन शास्त्रीय मन्त्रों से स्पर्धा करते हैं । “शाब...

श्री तारा तंत्र पुस्तक Pdf बिल्कुल फ्री. Shri Tara-Tantram pdf.

श्री राम परिवार (Shree Ram Pariwar) में आपका हार्दिक स्वागत करता है। तन्त्र की दश महाविद्याओं में द्वितीय महाविद्या तारा, भगवती आधाकाली का ही रूप है । अन्य महाविद्याओं की अपेक्षा शीघ्र प्रसन्न होने के कारण साधक वर्ग में पराम्बा तारा की साधना के प्रति प्रबल आकर्षण पाया जाता है। इन देवी की साधना मुख्यतः उनके तीन स्वरूपों में की जाती है- “उग्रतारा', *एकजटा' और “नील सरस्वती ' । भगवती तारा सदैव विपत्तियों, बाधाओं से तारने वाली, सुख और मोक्ष प्रदान करने वाली, और उग्र आपत्तियों से रक्षा करने वाली हैं । इन्हीं कारणों से इन्हें “उग्र तारा' कहा गया है। इनकी साधना से चतुर्वर्ग की प्राप्ति होती है । “कैवल्य' प्रदान करने वाली देवी तारा की साधना *एकजटा' के रूप में की जाती है तथा ज्ञान-प्राप्ति के लिए भगवती तारा की आराधना “नील सरस्वती' के रूप में की जाती है । तारा शक्ति का शाब्दिक अर्थ है- तरत्यनया, सा तारा- अर्थात्‌ इस संसार से जो तार दे, वह तारा । “तारा' शब्द के यूं तो बहुत से अर्थ हैं परन्तु यहां इस शब्द का प्रयोग एक ऐसी देवी (शक्ति) के लिए किया जा रहा है, जिसे विवि...

Asli prachin Lal kitab. Shree Ram Pariwar

  श्री राम परिवार (Shree Ram Pariwar)  में आपका हार्दिक स्वागत करता है। इस पोस्ट में आपको असली प्राचीन लाल किताब के बारे में जानने को मिलेगा। बहुत से लोग असली प्राचीन लाल किताब को प्राप्त करना चाहते थे और उन्हें उचित किताब प्राप्त नहीं हो पा रही थी हम आप सभी लोगों को असली प्राचीन लाल किताब उपलब्ध करा रहे हैं हो सके तो आप इस पोस्ट को आगे भी शेयर कीजिएगा। जिससे कि जरूरतमंद लोगों तक यह पोस्ट हो सके अगर आपको किसी विशेष विषय पर पोस्ट चाहिए तो आप हमें नीचे कमेंट कर सकते हैं। समाज में फैले भ्रम लाल किताब के बारे में बहुत सारे ब्रह्म समाज में फैले हुए हैं कुछ लोग इसे अरब का विद्या मानते हैं तो कुछ लोग इसे हिमालय की विद्या तो कुछ लोग इसे किसी और रूप में मानते हैं। आपको इस पोस्ट में इन सभी चीजों के उत्तर देखने को मिल जाएंगे। हिमालय की विद्या लाल किताब की जो ज्ञान है वह पहले हिमालय के सुदूर क्षेत्रों में फैला हुआ था बाद में यह विद्या पंजाब और उससे धीरे-धीरे अफगानिस्तान तक फैल गई। इस कारण से कुछ लोग इसे फारसी या अरबी विद्या भी मानने लग गए। क्या लाल किताब को अरुण संहिता से बनाया गया है। क...