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दिसंबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पराशर संहिता पुस्तक |Parasara Samhita pdf

नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में हम आपको महान ऋषि पराशर के द्वारा लिखित पराशर संहिता उपलब्ध करवा रहे हैं। इसके बारे में सारी जानकारी नीचे प्रदान की गई है आप कृपया ध्यान से पढ़िएगा। श्री हनुमान जी धर्म्प्राण भारतवर्ष के आबाल वृध्द देवता हैं | हम सभी इनको स्वामिभक्ति के प्रतीक के रूप में जानते है | हम इनके विषय में जो भी जानते है उसका स्तोत्र है रामायण | यह महाकाव्य़ आदिकवि वाल्मीक के व्दारा रचा गया है | और इसी रामायण को आधार बनाकर बाद के समय में अनेक भाषाओं में इसका रुपान्तरण किया गया है | इस महाकाव्य में रघुकुल के राजा एवं दशरथ के पुत्र श्रीराम का जीवनवृत्त का वर्णन दिया हुआ है | किन्त भारतवर्ष में अधिकतर लोगों को इस रामभक्त हनुमान के अन्य आयामों के विषय में जानकारी ही नहीं है | भगवान हनुमान के जीवन के आयाम अनन्त है | वे त्रेता में श्रीराम के साथ थे | व्दापर में भी थे | और इस कलि में भी है | और आगे भी रहेंगे | और आने वाले कल्प में वही ब्रह्मा अर्थात सृष्टिकर्ता होंगे | इस तरह अनन्त आयामों से युक्त हनुमान जी के अनेक आयामों का वर्णन महर्षि पराशर की ‘पराशसंहिता’ में उपलब्ध है| पराशसंहिता महर...

मेरु तंत्र पुस्तक बिल्कुल फ्री Meru tantra Book pdf

नमस्कार मित्रों इस पोस्ट में हम आप सभी को मेर तंत्र पुस्तक उपलब्धि करवा रहे हैं। जो की तंत्र की एक बहुत ही रहस्यमय और अच्छे पुस्तक है। इसके अंदर आपको तंत्र की बहुत ही अद्भुत साधनाएं देखने को मिलती है। यह पुस्तक बिल्कुल फ्री आपको उपलब्ध करवाई जा रही है। इसलिए आप इसे प्राप्त कर सकते हैं। नीचे आपको पुस्तक डाउनलोड करने को मिल जाएगी आप चाहे तो वीडियो में भी सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। महाकालेनयत्प्रोक्तम्पञ्चमीमुक्तिसाधनम्। सर्वेषांम्मेरुतां यातन्तत्तन्त्रं मेरुसञ्जितम्।। जो यह महाकाल द्वारा कहा गया पञ्चमीमुक्ति साधन जहाँ मध्यमणि की तरह गुम्फित है वह तन्त्र मेरुतन्त्र के नाम से जाना जाता है। कलियुग में मनुष्य अल्पायु होता है। वह केवल शिश्नोदर परायण रहता है ऐसे में मृत्यु के उपरांत वह प्रेत योनि में ही भटकता रहता है। ऐसे कलियुग के पशुओं के उत्थान के लिए भगवान महाकाल ने मुक्ति के साधनों को तन्त्र के मध्यमणि या मेरु की तरह गुम्फित कर दिया है। भगवान शिव के द्वारा भगवती गौरी व देवों को कैलाश पर्वत पर यह उपदिष्ट है। इसमें तंत्र साधना के समस्त पक्षों का सम्यक् वर्णन है। सामान्यतया दक्षिणमार्...