बावरा भूत की साधना

 


मित्रों हमारे चैनल के सदस्य ने बावरा भूत की साधना मांगी थी सो मैंने यह साधना उपलब्ध करवा रहे हैं।

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अब देखिए बावरा भूत को जो कि क‌ई जगह पर बावरिया भूत  भी खाया जाता है और इसे कालका का वीर भी कहा जाता है। इसके बारे में एक कथा प्रचलित है कि गुजरात कि नौलक्खा मंदिर जो है इसी ने बनवाया था और वह एक रात में इसने बनवाया था लेकिन यह मंदिर किसी कारणवश अधूरा छूट गया इसका काम और आज भी अधूरा पड़ा है।

 यह भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त माना जाता है और  कहा जाता है कि शिवसेना के अंदर बहुत ही उच्च स्थान पर रहता है जो भगवान की सेना है उसमें ऐसे बहुत ही अच्छा स्थान प्राप्त है इसके पास कई तरीके की शक्तियां हैं और इसने भगवान शिव के दर्शन भी किए हुए हैं ऐसी मान्यता है। अब देखिए सामान्य जितनी भूत-प्रेत होते हैं वह दैवी शक्तियों से दूर भागते हैं। लेकिन इसके साथ ऐसा नहीं माना जाता यह माना जाता है कि जो बावरिया भूत है उसने खुद भगवान के दर्शन किए और भगवान का बहुत बड़ा भक्त है इसलिए दैवीय शक्तियों से हानि नहीं पहुंचा सकती देखिए बावरिया बहुत जो यह सभी भूतो में श्रेष्ठ माना जाता है। और यह भी कहा जाता है उसके पास सबसे ज्यादा शक्तियां हैं क्योंकि वह भगवान का बहुत बड़ा भक्त हैं। यह जो है आपके सारे कार्य पूर्ण कर सकता है और सभी प्रकार के ष॒टकर्मौं को जो भी पूरा कर सकता है।

लेकिन देखिए इसकी साधना करने से पहले आपको बता दूं कि इसकी साधना कृपया वही लोग करें जो कि निडर हो , जो लोग डर जाते हैं उन्हें यह साधना नहीं करनी चाहिए क्योंकि साधना करोगे तो आपकी परीक्षाएं होंगी और उस दौरान बहुत सी चीजें हो सकती है। आपको यह साधना श्मशान में करनी होती है या फिर किसी निर्जन स्थान पर करनी होती है। जब साधना पूर्ण होने वाली होती है वहां का जो शमशान है वह जाग जाता है या फिर जो निर्जन स्थान है उस पर आपको बहुत सारी आत्मा देखने को मिल जाएंगी और बहुत सारे भूत-प्रेत आप वहां पर देखने को मिल जाते हैं इसलिए कृपया करके। जो भी व्यक्ति नीडर ना हो वह इस साधना को ना करें और देखिए जब साधना पूरे होने से पहले बहुत सारे जब भूत-प्रेत आते हैं तो वह आपको जो यह विचलित करने का प्रयास करते हैं , "आप से कहते हैं कि आपकी साधना पूरी हो गई है मैं ही बावरिया भूत हूं आपकी साधना संपूर्ण हो चुकी है अब आप मंत्र जाप बंद कर सकते हो।"  लेकिन आपको बिल्कुल भी ऐसा नहीं करना है।

 अब देखिए साधना के लिए आपको थोड़ी सी जो सामग्री चाहिए होगी वह मैं बता दूं सबसे पहले आपको काला आसन चाहिए होता है और काले वस्त्र धारण कर सकते हो और रुद्राक्ष की माला आपको चाहिए होती है। आप साधना श्मशान में या किसी निर्जन स्थान के ऊपर कर सकते हो, इतना ध्यान दे - जो भी स्थान हो वहां पर कोई आता-जाता ना हो जब तक साधना पूरी न हो।

 आपकी साधना जो है 11 दिन की होगी। आपको बहुत सारे अनुभव होंगे जो कि आप केवल अपने गुरु को बताइएगा किसी और को मत बताइएगा और जिनके गुरु हो वह यह साधना करना अगर बिना गुरु के साधना करोगे तो आपको नुक्सान देखने को मिल सकता है।

आप को दूध में कुछ चावल डालने हैं और उसमें कुछ शक्कर डालनी है। अब आपको रात 11:00 बजे के बाद में शमशान में जाकर आपको साधना यह चालू करनी हैं और वहां पर अपना आसन लगा के बैठ कर आपको पहले तो संकल्प लेना है , भगवान गणेश की पूजा करनी है , अपने इष्ट देव की पूजा करनी है और अपने गुरुदेव की पूजा करनी है उसके बाद अपनी साधना को शुरुआत करनी है तो अब जब आप साधना शुरू करोगे तो आपको पहले दिन 11 माला जप करना पड़ेगा और लगातार 11वें दिन तक आपको रोज 11 माला जप करना है अब हो सकता है कई सारे भूत-प्रेत आए आपको डराने की कोशिश करेगा  आप से कहे - "कि साधना पूरी हुई है आप अपना मंत्र जाप पूर्ण कर सकते हैं" तो आपको ऐसा नहीं करना है। आपको जो अपना संकल्प  11 दिन का वह पूरा करना है।

 


अब देखिए कहा जाता है कि जो बावरिया भूत है उसका एक प्रेत साथी भी होता है , तो कई बार आपको एक भी अलग से व्यक्ति आता हुआ दिखेगा जो कि हो सकता है बहुत बड़ा हो या छोटा कैसा भी हो सकता है क्योंकि मायावी माना जाता है अगर आपको ऐसा कोई व्यक्ति अपनी समीप आता दिखे तो आप समझ सकते हैं कि आपकी साधना जो है वह पूर्ण होने वाली है। जो बावरिया भूत वह आपको दर्शन दे सकते हैं लेकिन देखिए आपको जो आत्मा है वह विचलित करने के लिए भी ऐसा दिख सकते हैं तो आपको इस तरीके से किसी चीज पर विश्वास नहीं करना बस आपको अपना संकल्प पूरा करना है। जब 11वां दिन जब आप अपना इस मंत्र जप पूर्ण कर रहे होंगे उस समय आपके सामने बावरिया भूत प्रगट होगा।

अब देखिए बावरिया भूत की जो वेशभूषा है वह हम आपको बताते हैं वह काले वस्त्र धारण करता है उसके सफेद बाल और वह एक वृद्ध व्यक्ति माना जाता है। जब वह आप के सामने आकर बैठेगा तो आपने जो खीर बनाइए जो आपको उसे दे देंगे अब  खीर को खाकर वो आपसे बहुत ज्यादा खुश होकर आपसे वरदान मांगने को कहेगा। तो आप उससे वचन मांग लीजिए , आप उसे तीन वचन मांग सकते हैं जैसे कि- मैं जब भी आपको बुलाउगां तो आप आओगे आपको आना होगा और जो भी मैं कहूंगा आप वह हमेशा करेंगे चाहे कुछ भी हो आप मेरी बात को कभी नहीं डालेंगे और तीसरा वचन आप कभी भी मेरे और मेरे परिवार को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और मेरे बिना कुछ भी कहे आप कुछ नहीं करेंगे।  अब जिस माला से आपने जप किया है उसे आपको उसके गले में डाल देंगे।अब आप उसके समीप तो जा नहीं सकते तो आप उसे प्रदान कर दीजिए कि आप इसे ग्रहण कर लीजिए। जब तक माला उसके गले में रहेगी तो वह आपके वशीभूत रहेगा आपके हर कार्य को पूर्ण करें और उसने वचन दिया है तो जीवन भर वह आपके साथ रहेगा। आपके सभी कार्यों को पूर्ण करेगा उसके सिद्ध होने से आप किसी भी बड़े से बड़े कार्य को कर सकते हैं, हर प्रकार की जो सिद्ध हैं वहां कि वह दिलवाने में सहायता प्रदान करेगा और हर प्रकार से संकट में वह आपकी मदद करेगा। 


लेकिन देखिए जो अगर आप उनसे गलत कार्य करवाते हो तो उनकी जो शक्तियों नकरात्मक रूप धारण करने लगती है और आपके ऊपर हावी होने की कोशिश करेंगी , अगर आप किसी का बुरा करवा रहे हो तो वह आपके ऊपर हावी होने की कोशिश करेगा तो कभी भी शक्ति का आपको गलत उपयोग नहीं करना है। आपको इसका हमेशा सदुपयोग करना है जितना सदुपयोग करोगे तो इतने आपको भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होगी और वह भी आपके साथ रहेगा आपका भला करेगा।

*इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि आपको कभी किसी का बुरा नहीं करना है। 

अब इस साधना को करने के लिए आपको अपने गुरु से संपर्क करना चाहिए क्योंकि वह बहुत ही उग्र साधना मानी जाती है और अगर आप बिना गुरु के इस साधना को करोगे तो आपको हानी देखने को मिल सकती है।

अगर पोस्ट को पढ़कर जा मारी वीडियो को देखकर आपके साथ में करते हैं तो हम इसकी जिम्मेदारी नहीं लेंगे।

साधना का मंत्र आपको ऊपर दे दिया है।


आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।

।।जय मां भवानी।।

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