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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बावन जंजीरा pdf बिल्कुल फ्री . Bawan janjira book pdf.

नमस्कार मित्रों,           आप सभी का हमारे श्री राम परिवार (Shree Ram Pariwar) में आपका हार्दिक स्वागत करता है। इस पोस्ट में मैं आपको भवन जंजीरा पुस्तक के बारे में बता रहे हैं यह पुस्तक हम आपको बिल्कुल फ्री उपलब्ध करा रहे हैं इस पुस्तक को प्राप्त करने के लिए आपको इस पोस्ट को पूरा पढ़ना होगा। यह पुस्तक हमें सुनील मेहता जी की वजह सेेेेेेे प्राप्त किए इसलिए हम उनको धन्यवाद कहना चाहेंगेेे। जो लोग बड़ी साधना ही नहीं कर सकते जो लोग छोटे प्रयोग जाते हैं और छोटे प्रयोग से अपना काम बनाना चाहते हैं वह चाहते हैं क्या तीसरी करण का काम पूरा हो जाए उन लोगों के लिए यह पुस्तक बहुत ही अच्छी रहेगी किस पुस्तक में छोटे छोटे प्रयोग दिए गए हैं जिनके द्वारा आप अपने जीवन को सफल बना सकते हो और अपने कार्य पूरे कर सकते हो। इस पुस्तक में आपको हर कार्य को करने के लिए यंत्र बनाना सिखाएं गया है जिसको बनाकर आपसे सिद्ध कर लीजिएगा जो विदेश पुस्तक नहीं बताई गई है और वह ज्यादा बड़ी भी नहीं है उससे आपके सारे कार्य पूर्ण हो जाएंगे और आपको कोई बड़ी साधना करने की जरूरत नहीं होग...

माता मदानन की महिमा। Mata Madanan ki mahima

।।जय मां भवानी।। आप सभी का हमारे श्री राम परिवार में हार्दिक स्वागत है। आजम यहां पर माता मदानन की महिमा आपको बताने जा रहे हैं।  माता मदानन को बहुत से नामों से जाना जाता है। जो लोग नहीं जानते मैं उन्हें बता दूं कि माता शीतला ही माता मदानन है माता शीतला का ही तामसिक रूप माता मदानन है माता शीतला सात्विक रूप हैं और माता मदानन तामसिक स्वरूप है।  माता मदानन को बहुत से नामों से जाना जाता है जैसे कि माता मदानन को माता मसानी , माता चौगानन , माता दुधनी , माता चौराहे , माता मदानन और माता शीतला , और भी माता के बहुत से नाम है जो कि यहां पर बताना संभव नहीं है। माता शीतला का मंदिर गुड़गांव में स्थित है और इसकी कहानी बहुत ही प्राचीन समय महाभारत से जोड़ी जाती है कहा जाता है कि इसी स्थान पर गुरु द्रोणाचार्य की पत्नी उनकी वीरगति पानी के पश्चात इस स्थान पर सती हो गई थी। पर पर इसी स्थान पर माता शीतला का मंदिर बना। माता शीतला को चौराहे की शक्ति भगवान श्री कृष्ण ने प्रदान की थी।भगवान श्री कृष्ण जो कि कौरव और पांडव दोनों के ही प्रिय थे वह जब भी गुड़गांव आते थे , तो माता शीतला ...