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नवंबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हनुमान उपासना पुस्तक बिल्कुल फ्री Hanuman upasana book pdf #shree_ram_privar

नमस्कार मित्रों  इस पोस्ट में हमने आपको हनुमान जी से संबंधित एक पुस्तक उपलब्ध करवाई है जिसका नाम है हनुमान उपासना। इस पुस्तक के अंदर आपको हनुमान जी के सभी प्रकार के कवच, स्तोत्र, स्तवन  आदि देखने को मिलेंगे। इस पुस्तक में हनुमान जी के सभी स्वरूपों के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। सभी स्वरूपों के स्त्रोत, कवच, चालीसा आदि आपके पूरे विस्तार से देखने को मिलते हैं। बजरंग बाण, हनुमान चालीसा, संकट मोचन हनुमान, हनुमान जी की आरती, पंचमुखी हनुमान की आरती, पंचमुखी हनुमान के कवच, स्तोत्र आदि इस पुस्तक में आपको देखने को मिलेंगे। सारी जानकारी पुस्तक में प्रदान कर दी गई है इसलिए आप पुस्तक को प्राप्त कर सकते हैं पुस्तक बिल्कुल निशुल्क नीचे उपलब्ध करवा दी गई है। सूचना: हमें उम्मीद है, कि आपको श्री राम परिवार की यह पोस्ट पसंद आई होगी। आप इस पोस्ट को आगे share करके हमे सहयोग जरूर प्रदान करे। आपका बहुत आभार ।।  👁 ध्यान देंः यह भी पढ़ेंः  धरती में गड़ा धन पाने का सबसे सरल और 100% कारगर उपाय।।  " "  शाबर मंत्र सागर भाग-२ पुस्तक PDF Download ;" कृपया हमारे चैनल को सब्सक्राइ...

चरक संहिता भाग 2 Charak Samhita Vol-2 Pdf

चरक संहिता भाग 2 नमस्कार मित्रों इस पोस्ट में मैंने आप सभी लोगों को चरक संहिता पुस्तक का भाग 2 बिल्कुल फ्री में उपलब्ध कराई है। पुस्तक नीचे उपलब्धि करवाई गई है आप पुस्तक प्राप्त करने से पहले पुस्तक से संबंधित जानकारी पढ़ लीजिए। चरकसंहिता आयुर्वेद का एक प्रसिद्ध ग्रन्थ है। यह संस्कृत भाषा में है। इसके उपदेशक अत्रिपुत्र पुनर्वसु, ग्रंथकर्ता अग्निवेश और प्रतिसंस्कारक चरक हैं। चरकसंहिता और सुश्रुतसंहिता आयुर्वेद के दो प्राचीनतम आधारभूत ग्रन्थ हैं जो काल के गाल में समाने से बचे रह गए हैं। भारतीय चिकित्साविज्ञान के तीन बड़े नाम हैं - चरक, सुश्रुत और वाग्भट। चरक संहिता, सुश्रुतसंहिता तथा वाग्भट का अष्टांगसंग्रह आज भी भारतीय चिकित्सा विज्ञान (आयुर्वेद) के मानक ग्रन्थ हैं। चरकसंहिता की रचना दूसरी शताब्दी से भी पूर्व हुई थी। यह आठ भागों में विभक्त है जिन्हें 'स्थान' नाम दिया गया है (जैसे, निदानस्थान)। प्रत्येक 'स्थान' में कई अध्याय हैं जिनकी कुल संख्या १२० है। इसमें मानव शरीर से सम्बन्धित (तत्कालीन) सिद्धान्त, हेतुविज्ञान, अनेकानेक रोगों के लक्षण तथा चिकित्सा वर्णित है। चरकसंहिता...